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बिहार का प्रशासन
राज्य कार्यपालिका
बिहार का प्रशासन राज्य की कार्यपालिका का एक अभिन्न अंग हैं। शासन सन्चालन के कार्य में स्थाई एवं अस्थाई कार्यपालिका दोनों की भूमिका होती है। राजनितिक प्रक्रिया के माध्यम से निर्वाचित सदस्य जो मंत्री नियुक्त होते हैं अस्थाई कार्यपालिका एवं प्रशासनिक अधिकारी वर्ग स्थाई कार्यपालिका के अंग होते हैं।
राज्य की कार्यपालिका का संवैधानिक प्रमुख राज्यपाल होता है, सभी कार्य राज्यपाल के नाम पर राज्य मंत्रिपरिषद अथवा अधिकारीयों द्वारा किया जाता है। राज्य की कार्यपालिका शक्ति राज्यपाल में निहित है जिसका प्रयोग वह स्वयं या अपने अधीनस्थ अधिकारियों द्वारा करता है।
राज्य की मंत्रिपरिषद का प्रधान मुख्यमंत्री होता है। मुख्यमंत्री की नियुक्ति राज्यपाल करता है (अनुच्छेद 164) । राज्यपाल उस व्यक्ति को मुख्यमंत्री नियुक्त करता है, जिसको राज्य विधानसभा में बहुमत दल का नेता हो। बिहार का प्रशासन मुख्यमंत्री सहित मंत्रिपरिषद द्वारा अधिकारीयों के साथ मिलकर चलाया जाता है।
बिहार के शासन का प्रमुख अधिकारी मुख्य सचिव है। कार्यपालिका का वास्तविक प्रमुख राज्य का ‘मुख्य सचिव’ होता है। राज्य के मुख्य सचिव के अधीन पटना में एक पूर्णतः सुव्यवस्थित सचिवालय कार्यरत है।
बिहार के मुख्यमंत्री
नाम | कार्यकाल |
श्रीकृष्ण सिंह | 02 जनवरी, 1947 से 31 जनवरी, 1961 |
दीपनारायण सिंह (कार्यवाहक) | 01 फरवरी, 1961 से 18 फरवरी, 1961 |
विनोदानंद झा | 18 फरवरी, 1961 से 02 अक्टूबर, 1963 |
कृष्ण बल्लभ सहाय | 02 अक्टूबर, 1963 से 05 मार्च, 1967 |
महामाया प्रसाद सिन्हा | 05 मार्च, 1967 से 28 जनवरी, 1968 |
सतीश प्रसाद सिंह (कार्यवाहक) | 28 जनवरी, 1968 से 01 फरवरी, 1968 |
बिंदेश्वरी प्रसाद मंडल | 01 फरवरी, 1968 से 22 मार्च, 1968 |
भोला पासवान शास्त्री | 22 मार्च, 1968 से 29 जून, 1968 |
राष्ट्रपति शासन | 29 जून, 1968 से 26 फरवरी, 1969 |
सरदार हरिहर सिंह | 26 फरवरी, 1969 से 22 जून, 1969 |
भोला पासवान शास्त्री | 22 जून, 1969 से 04 जुलाई 1969 |
राष्ट्रपति शासन | 04 जुलाई, 1969 से 16 फरवरी, 1970 |
दरोगा प्रसाद राय | 16 फरवरी, 1970 से 22 दिसम्बर, 1970 |
कर्पूरी ठाकुर | 22 दिसम्बर, 1970 से 02 जून, 1971 |
भोला पासवान शास्त्री | 02 जून, 1971 से 09 जनवरी, 1972 |
राष्ट्रपति शासन | 09 जनवरी, 1972 से 19 मार्च, 1972 |
केदार पांडेय | 19 मार्च, 1972 से 02 जुलाई, 1973 |
अब्दुल गफुर | 02 जुलाई, 1973 से 11 अप्रैल, 1975 |
जगन्नाथ मिश्र | 11 अप्रैल, 1975 से 30 अप्रैल, 1977 |
राष्ट्रपति शासन | 30 अप्रैल, 1977 से 24 जून, 1977 |
कर्पूरी ठाकुर | 24 जून, 1977 से 21 अप्रैल, 1979 |
राम सुंदर दास | 21 अप्रैल, 1979 से 17 फरवरी, 1980 |
राष्ट्रपति शासन | 17 फरवरी, 1980 से 08 जून, 1980 |
जगन्नाथ मिश्र | 08 जून, 1980 से 14 अगस्त, 1983 |
चंद्रशेखर सिंह | 14 अगस्त, 1983 से 12 मार्च, 1985 |
बिंदेश्वरी दूबे | 12 मार्च, 1985 से 13 फरवरी, 1988 |
भगवत झा आजाद | 14 फरवरी, 1988 से 10 मार्च, 1989 |
सत्येंद्र नारायण सिंह | 11 मार्च, 1989 से 06 दिसम्बर, 1989 |
जगन्नाथ मिश्र | 06 दिसम्बर, 1989 से 10 मार्च, 1990 |
लालू प्रसाद यादव | 10 मार्च, 1990 से 03 अप्रैल, 1995 |
लालू प्रसाद यादव | 04 अप्रैल, 1995 से 25 जुलाई, 1997 |
श्रीमती राबड़ी देवी | 25 जुलाई, 1997 से 11 फरवरी, 1999 |
राष्ट्रपति शासन | 12 फरवरी, 1999 से 08 मार्च, 1999 |
श्रीमती राबड़ी देवी | 09 मार्च, 1999 से 02 मार्च, 2000 |
नीतिश कुमार | 03 मार्च, 2000 से 10 मार्च, 2000 |
श्रीमती राबड़ी देवी | 11 मार्च, 2000 से 6 मार्च, 2005 |
राष्ट्रपति शासन | 7 मार्च, 2005 से 24 नवम्बर, 2005 |
नीतिश कुमार | 24 नवम्बर, 2005 से 25 नवम्बर, 2010 |
नीतिश कुमार | 26 नवम्बर, 2010 से 19 मई, 2014 |
जीतन राम मांझी | 20 मई, 2014 से 21 फरवरी, 2015 |
नीतिश कुमार | 22 फरवरी, 2015 से 19 नवम्बर, 2015 |
नीतिश कुमार | 20 नवंबर, 2015 से 26 जुलाई, 2017 |
नीतिश कुमार | 27 जुलाई, 2017 से 24 नवंबर, 2020 |
नीतिश कुमार | 25 नवंबर, 2020 से …. |
बिहार के पहले मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह, प्रथम कार्यवाहक मुख्यमंत्री दीपनारायण सिंह एवं प्रथम एवं एकमात्र महिला मुख्यमंत्री श्रीमती राबड़ी देवी थीं.
बिहार के राज्यपाल
नाम | कार्यकाल |
जयरामदास दौलतराम | 15 अगस्त, 1947 से 11 जनवरी, 1948 |
माधव श्री हरि अणे | 12 जनवरी, 1948 से 14 जून, 1952 |
रंगनाथ रामचंद्र दिवाकर | 15 जून, 1952 से 05 जुलाई, 1957 |
डॉ. जाकिर हुसैन | 06 जुलाई, 1957 से 11 मई, 1962 |
मदभूषि अनंतशयनम आयंगर | 12 मई, 1962 से 06 दिसम्बर, 1967 |
नित्यानंद कानूनगो | 07 दिसम्बर, 1967 से 20 जनवरी, 1971 |
उज्जवल नारायण सिन्हा (कार्यवाहक) | 21 जनवरी, 1971 से 31 जनवरी, 1971 |
देवकांत बरूआ | 01 फरवरी, 1971 से 04 फरवरी, 1973 |
रामचंद्र घोंडिबा भंडारे | 04 फरवरी, 1973 से 15 जून, 1976 |
जगन्नाथ कौशल | 16 जून, 1976 से 27 मई, 1978 |
कृष्ण बल्लभ नारायणसिंह (कार्यवाहक) | 27 मई, 1978 से 26 जून, 1978 |
जगन्नाथ कौशल | 26 जून, 1978 से 31 जनवरी, 1979 |
कृष्ण बल्लभ नारायण सिंह (कार्यवाहक) | 31 जनवरी, 1979 से 20 सितम्बर, 1979 |
अखलाकुर रहमान किदवई | 20 सितम्बर, 1979 से 14 मार्च, 1985 |
पेंडेकांत वेंकट सुब्बैया | 15 मार्च, 1985 से 25 फरवरी, 1988 |
गोविंद नारायण सिंह | 26 फरवरी, 1988 से 23 जनवरी, 1989 |
दीपक कुमार सेन(कार्यवाहक) | 24 जनवरी, 1989 से 28 जनवरी, 1989 |
आर.डी. प्रधान (कार्यवाहक) | 29 जनवरी, 1989 से 2 मार्च, 1989 |
जगन्नाथ पहाड़िया | 03 मार्च, 1989 से 2 फरवरी, 1990 |
जी.जी. सोहनी (कार्यवाहक) | 02 फरवरी, 1990 से 16 फरवरी, 1990 |
मोहम्मद यूनुस सलीम | 16 फरवरी, 1990 से 13 फरवरी, 1991 |
बी. सत्यनारायण रेड्डी | 14 फरवरी, 1991 से 18 मार्च, 1991 |
मोहम्मद शफी कुरैशी | 19 मार्च, 1991 से 13 अगस्त, 1993 |
अखलाकुर रहमान किदवई | 14 अगस्त, 1993 से 26 अप्रैल, 1998 |
सुंदर सिंह भंडारी | 27 अप्रैल, 1998 से 15 मार्च, 1999 |
वृज मोहन लाल(कार्यवाहक) | 15 मार्च, 1999 से 05 अक्टूबर, 1999 |
सूरजभान | 06 अक्टूबर, 1999 से 22 नवम्बर, 1999 |
विनोद चंद्र पांडेय | 23 नवम्बर, 1999 से 12 जून, 2003 |
एम.रामा जोइस | 12 जून, 2003 से 31 अक्टूबर, 2004 |
वेद प्रकाश मारबाह | 1 नवम्बर, 2004 से 4 नवम्बर, 2004 |
बूटा सिंह | 5 नवम्बर, 2004 से 30 जनवरी, 2006 |
गोपाल कृष्ण गांधी | 31 जनवरी, 2006 से 21 जून, 2006 |
रामकृष्ण सूर्यभानजी गवई | 22 जून, 2006 से 10 जुलाई, 2008 |
आर.एल. भाटिया | 10 जुलाई, 2008 से 28 जून, 2009 |
देवानंद कुंवर | 29 जून, 2009 से 21 मार्च, 2013 |
डी.वाई. पाटिल | 22 मार्च, 2013 से अब तक |
केसरी नाथ त्रिपाठी | 27 नवंबर, 2014 से 15 अगस्त, 2015 |
राम नाथ कोविन्द | 16 अगस्त, 2015 से 20 जून, 2017 |
केसरी नाथ त्रिपाठी | 20 जून 2017 से 30 सितम्बर 2017 |
सत्यपाल मलिक | 30 सितम्बर 2017 से 22 अगस्त 2018 |
लालजी टंडन | 23 अगस्त 2018 से 28 जुलाई 2019 |
फागु चौहान | 29 जुलाई 2019 से ….. |
जब राज्य में मंत्रिपरिषद भंग कर दी जाती है तो राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जाता है।
बिहार में पहली बार राष्ट्रपति शासन 29 जून, 1968-26 फरवरी, 1969 को लगाया गया इस समय राज्यपाल नित्यानंद कानूनगो थे.
बिहार में राष्ट्रपति शासन
अवधि | राज्यपाल |
29 जून, 1968-26 फरवरी, 1969 | नित्यानंद कानूनगो |
04 जुलाई 1969-16 फरवरी, 1970 | नित्यानंद कानूनगो |
09 जनवरी, 1973-02 जुलाई, 1973 | देवकांत बरूआ |
30 अप्रैल, 1977-24 जून, 1977 | जगन्नाथ कौशल |
17 फरवरी, 1980-08 जून, 1980 | डॉ. ए.आर. किदवई |
12 फरवरी, 1999-08 मार्च, 1999 | सुंदर सिंह भंडारी |
07 मार्च, 2005 से 24 नवम्बर, 2005 | बुटा सिंह |
बिहार का प्रशासन :स्थानीय शासन
यद्यपि राज्य की राजनीतिक-प्रशासनिक व्यवस्था ‘राज्य कार्यपालिका’ के अधीन होती है, तथापि स्वतंत्र प्रशासनिक दृष्टि से इसे ‘स्थानीय शासन एवं प्रशासन’ के रूप में संचालित किया जाता है। प्रशासन की सुविधा के लिए इसे निम्नलिखित पांच इकाइयों में विभक्त किया जाता है।
1. ग्राम पंचायत
2. प्रखण्ड
3. अनुमंडल
4. जिला
5. प्रमंडल
ग्राम पंचायत: राज्य में इस सबसे छोटी प्रशासनिक इकाई का एक ‘प्रधान’ होता है जिसे ‘मुखिया’ भी कहते हैं। गांव का प्रबंध एवं सुधार ग्राम पंचायत द्वारा ही किया जाता है।
प्रखण्ड (Block): कुछ ग्राम पंचायतों को मिलाकर प्रखण्ड बनता है, जिसका संचालन एक समिति द्वारा किया जाता है। इस प्रखण्ड समिति का प्रधान ‘प्रखण्ड प्रमुख’ होता है। इस समिति के अन्य सदस्य ग्राम पंचायतों के प्रधान होते हैं। सरकार की ओर से एक ‘प्रखण्ड विकास अधिकारी’ होता है।
अनुमंडल (Subdivision): कई प्रखण्डों को मिलाकर एक अनुमंडल बनाया जाता है। इसका संचालन एक अनुमंडल अधिकारी द्वारा किया जाता है।
मंडल या जिला: अनेक अनुमंडलों को सम्मिलित करके मंडल या जिला का गठन किया जाता है। इसका उच्चाधिकारी जिला मजिस्ट्रेट कहलाता है। विभाजन के बाद नवगठित झारखंड राज्य में 18 जिले शामिल होने के कारण बिहार राज्य में केवल 37 जिले हो गये थे।
अरवल के नया जिला बनने के बाद अब बिहार में कुल 38 जिले हो गए हैं। बिहार का प्रशासन मुख्यत: जिलों के माध्यम से संचालित किया जाता है.
प्रमंडल (Commissionary) : इसका गठन अनेक जिलों को शामिल करके किया जाता है। प्रमंडल का उच्चतम अधिकारी आयुक्त या कमिश्नर होता है। वर्तमान में बिहार में 9 प्रमंडल हैं, जिनके अंतर्गत 38 जिले या मंडल आते हैं। पटना प्रमंडल के अंतर्गत आने वाले तीन जिलों/मंडलों नालंदा, रोहतास तथा भोजपुर का मुख्यालय क्रमशः बिहार शरीफ, सहसराम तथा आरा में है।
सारण प्रमंडल के अंतर्गत आने वाले जिले सारण का मुख्यालय छपरा में है।
तिरहुत प्रमंडल के अंतर्गत आने वाले तीन जिलों वैशाली, पूर्वी चम्पारण और पश्चिमी चम्पारण का मुख्यालय क्रमशः हाजीपुर, मोतीहारी और बेतिया में है।
प्रमंडल | मुख्यालय | जिले |
पटना | पटना | पटना, नालंदा, रोहतास, कैमूर, भोजपुर, बक्सर |
मगध | गया | गया, जहानाबाद, नवादा,औरंगाबाद, अरवल |
मुंगेर | बेगूसराय | मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, जमुई, खगड़िया, बेगूसराय |
तिरहुत | मुजफ्फरपुर | मुजफ्फरपुर, वैशाली, सीतामढ़ी,पूर्वी चम्पारण, पश्चिमी चम्पारण, शिवहर |
सारण | छपरा | सारण, सीवान, गोपालगंज |
दरभंगा | दरभंगा | दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर |
कोसी | सहरसा | सहरसा, सुपौल, मधेपुरा |
पूर्णिया | पूर्णिया | पूर्णिया, अररिया, किशनगंज, कटिहार |
भागलपुर | भागलपुर | भागलपुर, बांका |
अरवल बिहार का सबसे नवीन जिला अर्थात 38वां जिला है।
नेपाल की सीमा से लगे जिले हैं- पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया एवं किशनगंज।
उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे जिले हैं- पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सारण, बक्सर, भोजपुर, कैमूर एवं रोहतास।
झारखण्ड की सीमा से लगे जिले है- रोहतास, औरंगाबाद, गया, नवादा, जमुई, बांका, भागलपुर एवं कटिहार.
बिहार के राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभयारण्य